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Story Created By Pratiksha Mankar
साड़ेतीन शक्तिपीठों में से एक, रेणुका देवी का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था और भक्ति का प्रमुख केंद्र है।
देव देवश्वर मंदिर अपनी धार्मिक मान्यता, शांत वातावरण और आध्यात्मिक ऊर्जा के कारण पर्यटकों और भक्तों के बीच बेहद लोकप्रिय है।
12वीं शताब्दी का यह ऐतिहासिक किला अद्भुत वास्तुकला और माहुर के गौरवशाली इतिहास का जीवंत प्रतीक है।
महाभारत से जुड़े इस स्थल की गुफाएँ प्राचीन भारतीय कला, नक्काशी और स्थापत्य का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करती हैं।
भगवान दत्तात्रेय की तपोभूमि दत्त शिखर, धार्मिकता, पवित्रता और प्राकृतिक सुंदरता का मिलाजुला अनुभव प्रदान करता है।
माँ अनुसया मंदिर धार्मिकता, आस्था और प्राचीन पौराणिक कथाओं से जुड़े इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। भक्त यहां मानसिक शांति पाते हैं।
माहुर का हाथी दरवाजा प्राचीन वास्तुकला और शिल्पकला का अद्भुत नमूना है। यह माहुर की ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल है।
माहुर झरना, प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण का अद्भुत स्थल है, जहाँ हरियाली और पानी की कलकल ध्वनि मन मोह लेती है।
माहूर वास्तु संग्रहालय प्राचीन धरोहरों, शिलालेखों और सांस्कृतिक संपत्ति को संरक्षित करने वाला एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है।